वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Feb 26, 2011

टांगिया : ये कैसी आजादी, ये कैसा लोकतंत्र

February 26, 2011 1
गोला रेंज के वनटांगियों ने नही देखा कभी बैलेट पेपर -१७५ लोगों के कुनबे में १ ही हैं मिडिल पास (खीरी) गोला-टांगिया गांव से। देश को आजादी मि...
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Dec 29, 2010

मेरी बाते दोहराती है, जो गाती हूँ वह गाती है !

December 29, 2010 4
छायाचित्र: गौरैया  © कृष्ण कुमार मिश्र  2010 सभ्यता नई सिखलाती है -लवकुश मिश्र गौरैया गुपचुप आती क्यों दर्पण में चोच लड़ाती क्यों पतझड़ क...
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Dec 7, 2010

Sep 24, 2010

Sep 18, 2010

क्या उन्हे यहाँ सिर्फ़ मरने के लिए भेजा जाता है!

September 18, 2010 3
*चिड़ियाघरों में अशक्त, बीमार व बूढ़े हो चले जानवरों को भेजा जा रहा है, दुधवा! * दुधवा नेशनल पार्क में नही है वन्य जीव का डॉक्टर! *रिसर्च आफ़ी...
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Aug 30, 2010

Aug 25, 2010

Aug 23, 2010

खतरे में सुहेली (सरयू) नदी: जो जीवन रेखा है, दुधवा की वन्य संपदा की!

August 23, 2010 4
दुधवा की लाइफ़ लाइन ही खतरे में:  पलियाकलां (खीरी)। दुधवा नेशनल पार्क के मध्य तथा किनारे प्रवाहित होने वाली सुहेली नदी कभी अपने समीपवर्ती व...
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Aug 3, 2010

ऐसे तो दुधवा से विलुप्त हो जायेगा तेन्दुआ!

August 03, 2010 0
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में शामिल किशनपुर वनरेंज जंगल के समीप शिकारियों के खुड़का में फंसे घायल तेंदुआ को आजाद कर...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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