वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Dec 25, 2015

नार्थ खीरी वन प्रभाग में एक जंगली हाथी की मौत

December 25, 2015 0
लखीमपुर-खीरी , बुधवार २३ दिसम्बर को दुधवा नेशनल पार्क से सटे नार्थ खीरी फारेस्ट डिवीजन में एक जंगली हाथी की मौत हो गयी, घटना नार्थ ख...
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Nov 4, 2015

Dec 28, 2014

खीरी के जंगलों से बाहर आबादी में घुसपैठ कर रहे हैं हाथी आखिर क्यों?

December 28, 2014 0
जंगली हाथियों ने बारह एकड़ गन्ना बर्बाद किया दलराजपुर गांव में हाथियों का धावा खैरागौढ़ी जंगल से अक्सर निकलता है झुंड फोटो : गुरुव...
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Sep 30, 2010

आखिर कब तक इन्हें यूँ ही मारते रहेंगे !

September 30, 2010 2
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* सात हाथियों की मौत पर केन्द्र सरकार को गजराज की सुध आयी - पश्चिम बंगाल में बनेरहाट स्टेशन के पास मालगाड़ी की तेज टक...
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Sep 18, 2010

क्या उन्हे यहाँ सिर्फ़ मरने के लिए भेजा जाता है!

September 18, 2010 3
*चिड़ियाघरों में अशक्त, बीमार व बूढ़े हो चले जानवरों को भेजा जा रहा है, दुधवा! * दुधवा नेशनल पार्क में नही है वन्य जीव का डॉक्टर! *रिसर्च आफ़ी...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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