वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Mar 10, 2014

मशहूर हो चुका दुधवा का बाघ आखिरकार पकड़ा गया !

March 10, 2014 0
फोटो साभार: सीज़र सेनगुप्त  आखिरकार पकड़ा ही लिया गया उस बाघ को. लखीमपुर खीरी/दुधवा टाइगर रिजर्व. महीने भर से लखीमपुर खीरी जनपद के...
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Jul 30, 2011

Dec 30, 2010

दुधवा में मुसलसल शिकार होते तेन्दुए और बाघ..

December 30, 2010 3
क्या तराई से विलुप्त हो जायेगा तेन्दुआ क्रूरता की सभी हदे पार करते हुए मानव इन खूबसूरत वन्य जीवों का शिकार करता जा रहा है, और इन्तजामियां ...
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Sep 5, 2010

May 21, 2010

Mar 10, 2010

Jan 28, 2010

किशनपुर वन्य जीव विहार

January 28, 2010 0
* दुधवा लाइव डेस्क: उत्तर प्रदेश के खीरी जनपद में स्थित यह वन सन १९७२ ईस्वी में वन्य जीवों के लिये संरक्षित किया गया। टाइगर प्रोजेक्ट शुरू ...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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