वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Feb 15, 2017

Jul 10, 2016

यूपी प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित हुई तालाब सरंक्षण पर राष्ट्रीय कार्यशाला

July 10, 2016 0
लखीमपुर से शुरू तालाब बचाओ अभियान अब प्रदेश व् देश स्तर पर- सात दिवसीय जल-यात्रा का समापन हुआ यू पी प्रेस क्लब लखनऊ में- ...
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Jul 1, 2016

नदी जोड़ों परियोजना- कही प्राकृतिक विनाश का आमंत्रण तो नहीं ?

July 01, 2016 11
क्या नदियों को जोड़ देना ही समस्या का समाधान है एक बार फिर केन-बेतवा नदी जोडऩे के बहाने केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने नदी जोड़ों...
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Jun 17, 2014

खीरी के युवाओं ने ली बागडोर नदियों को बचाने की- अफ़सोस प्रशासन और सरकार हैं तटस्थ

June 17, 2014 0
लखीमपुर खीरी जनपद में छोटी बड़ी नदियों का एक बड़ा जाल है जो इस धरती को उपजाऊँ बनाती है साथ ही कृषि को उन्नत भी, और बड़ी नदियों की जलधारा ...
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Apr 23, 2014

गंगा

April 23, 2014 0
Photo Courtesy: The UnReal Times गंगा तुम क्या हो? मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी कैसी कथा हो... जो चिरकाल से हमें पाल...
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Dec 20, 2013

Jun 5, 2013

लुटती नदियाँ और लुटते जंगल-बुंदेलखंड की यही कहानी !

June 05, 2013 0
मानवाधिकारों को ताक पर रखकर पर्यावरण की अनदेखी प्रदेश में अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर जहां-तहां सुप्रीम कोर्ट एवं उच्च न्यायालय इ...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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