वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Aug 30, 2016

’’केन-बेतवा लिंक बुंदेलखण्ड को बाढ़-सुखाड़ में फंसाकरमारने का काम है।’’

August 30, 2016 0
जलपुरुष ने तोड़ी चुप्पी प्रस्तोता: अरुण तिवारी ’’यह सरकार सुनती नहीं, तो हम क्या बोलें ?’’ ’’विकेन्द्रित जल प्रबंधन ही बाढ़-सुखा...
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Jul 23, 2016

पानी दूर हुआ या हम ?

July 23, 2016 0
ग्लेशियर पिघले। नदियां सिकुङी। आब के कटोरे सूखे। भूजल स्तर तल-वितल सुतल से नीचे गिरकर पाताल तक पहुंच गया। मानसून बरसेगा ही बरसेग...
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Jun 26, 2016

Jun 18, 2016

Jun 17, 2016

अकाल अच्छे कामों का भी

June 17, 2016 0
चतरसिंह जाम टेलिविज़न कहां नहीं है ? हमारे यहां भी है। हमारे यहां यानी जैसलमेर से कोई सौ किलोमीटर पश्चिम में पाकिस्तान की सीमा पर भ...
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Jun 16, 2016

बरखा तुम कब आओगी !

June 16, 2016 1
मानसून एक्सप्रेस : 1 उनकी खुशी देख तुम रो जरूर दोगे पल-पल..हर-पल..हर क्षण..इंतजार करूंगा..तेरे आने का...स्वागत करूंगा...मिलूंग...
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Jun 14, 2016

May 13, 2016

Apr 18, 2016

Apr 13, 2016

समस्या यह कि नहर वोट दिलाती है, गंगा नहीं: स्वामी सानंद

April 13, 2016 0
प्रस्तुति: अरुण तिवारी  प्रो जी डी अग्रवाल जी से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी का नामकरण हासिल गंगापुत्र की एक पहचान आई आई टी, का...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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