वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

Apr 9, 2023

दुधवा नेशनल पार्क में एक और गैंडे की मौत

April 09, 2023 0
 दुधवा टाइगर रिजर्व में गैंडों के सफल पुर्नस्थापना के बावजूद कोई रेस्क्यू सेंटर, रिसर्च आफीसर अभी तक क्यों नही? फाइट में गैंडे की मौत नेपोलि...
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Apr 7, 2023

भारत में भूले बिसरे मोटे अनाज की खेती की सुगबुगाहट

April 07, 2023 0
  जौ के लहलहाते हुए खेत दुनिया में मोटा अनाज की अहमियत मोटा अनाज की अहमियत दुनिया जान चुकी है। इसी कारण वर्ष 2018 को नेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स के...
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Nov 3, 2022

Sep 29, 2022

Sep 25, 2022

प्रभावी टीबी वैक्सीन उम्मीदवार विकसित करने से जुड़ा नया अध्ययन

September 25, 2022 0
  बाहरी बैक्टीरियल झिल्ली वेसिकल्स के साथ लेपित स्वर्ण नैनो कणों की ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपिक तस्वीर (क्रेडिट: एडना जॉर्ज) नई दिल...
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Jul 3, 2022

धरती पर बहुत प्रजातियां विलुप्ति के कगार पर

July 03, 2022 0
काजीरंगा अभयारण्य के दुर्लभ गैंडे सहित कई जीव भी खतरे में ! अभी तक भारतीय अभ्यारण्यों में संरक्षित जीव अवैध शिकारियों और तस्करों द्वारा उनके...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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