वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Dec 3, 2012

ये जज्बात जो हमें इंसान होने का सबूत देते है..

December 03, 2012 4
 एक वाकया नाजिर हुआ हमारे सलीम भाई के मार्फ़त जो अक्सर परिंदों और जानवरों के मसलों को सुर्खिया देते है अपनी कलम से ताकि सोये हुए इंसानी ज...
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Mar 24, 2011

पानी की बूँद-बूँद को महरूम है बुन्देलखण्ड के बाशिन्दें ?

March 24, 2011 2
जल संकट और पलायन ने होली से महरूम किया !   १-   जल आपदा के साथ दलित पलायन का गढ़ है गोखरही २-  त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव 2010-11 के समय ...
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Mar 14, 2011

तेंदुए के दो शावकों की ग्रामीणों ने पीट-पीट कर ली जान

March 14, 2011 3
फ़ोटो: मो० ज़ैद खान (गिरिजापुरी कालोनी बहराइच ) दुधवा के इतिहास में एक और दर्ज हुआ  काला अध्याय   कतर्निया रेंज में नही रूक रहा मानव- बाघ...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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