बाघिन की दहशत में ठिकाना बदलने लगे ग्रामीण,अब चार हथनी कांबिंग में लगी।
तेलियार के नरेंद्र नगर बेली टपरा नंबर 1 में बाघ ने एक व्यक्ति को बनाया निवाला।
तिकुनियां खीरी।
खैरटिया मजरा पूरब जंगल में बाघ का आतंक दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है मारे दहशत में कुछ लोग अपना ठिकाना बदलने लगे हैं नौ दिन बीत जाने के बाद भी वन विभाग के ऑपरेशन में बाघिन को ट्रेंकुलाइज करने का कार्य सफल नहीं हुआ है जिसके चलते लोगों में खौफ बढ़ता जा रहा है हालांकि वन विभाग युद्ध स्तर पर बाघिन को ट्रेंकुलाइज करने में जुटा है।
जंगल में कांबिंग के लिए चंपाकली जयमाला गंगाकली पीलीभीत नेशनल पार्क की डायना हथिनी को एक साथ में कांबिंग के लिए छोड़ दिया है साथ में वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी मोर्चा संभाले हुए हैं। उधर ट्रेंकुलाइज करने वाली टीम भी मोर्चा लिए हुए हैं। वन कर्मियों की ट्रैक्टर से गश्त जारी है। ग्राम प्रधान परगट सिंह बताते हैं हम लोग सभी लगे हुए हैं कि वन विभाग को जल्द से जल्द इस काम में सफलता मिले लोगों की दहशत खत्म हो। मझरा के कुलवंत सिंह तथा खैरटिया में बाबा कुटी के पास रह रहे मनजीत सिंह ने अपने घर का सामान सहित पूरे परिवार को कस्बे के रिश्तेदार के यहां शिफ्ट कर दिया है इन लोगों ने बताया आदमखोर बाघिन की दहशत के चलते कदम उठाया गया है। इस बाबत रेंजर विमलेश कुमार ने बताया कि युद्ध स्तर पर प्रयास जारी है जल्दी ही बाघिन को पकड़कर चिड़ियाघर भेजा जाएगा।
नवें दिन बाघिन ने दो भैसों पर हमला कर घायल कर दिया खबर आग की तरह इलाके में फैल गई वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची जानकारी के मुताबिक एक भैंस की गर्दन व दूसरे का पैर घायल हुआ।
शकील अहमद
वरिष्ठ पत्रकार बेलरायां-खीरी
सेलुलर:, +91 94519 25867
#Dudhwalive Desk
 
 


 
 
 
 
 
     
 
    

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
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