वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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ये जंगल तो हमारे मायका हैं

Nov 28, 2015

नेशनल कैडेट कोर कैम्प ओयल जनपद खीरी में पर्यावरण जागरूकता कार्यशाला


जंगल बाघ और बिली
ओयल-खीरी। नेशनल कैडेट कोर कैम्प, युवराजदत्त इंटर कालेज ओयल में आयोजित पर्यावरण कार्यशाला में जिले के तमाम विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में दुधवा लाइव के संस्थापक कृष्ण कुमार मिश्र ने पारिस्थितिकी तन्त्र में सभी जीव जंतुओं के महत्त्व पर चर्चा की और दुधवा टाइगर रिजर्व व् टाइगर मैन बिली अर्जन सिंह के बारे में बताया। 
कार्यक्रम में कर्नल देशराज पाण्डेय डॉ शशि प्रभा बाजपेयी डॉ संजय कुमार  ने कैडेट्स को  देश व् मानवता के लिए एन सी सी के महत्त्व के सन्दर्भ में चर्चा की।

कार्यक्रम में बिली अर्जन सिंह द्वारा बाघ व् तेंदुओं पर किए गए प्रयोगों पर चर्चा की गयी और बाघ का जंगलों के लिए क्या महत्त्व है तथा वन्य जीवन सरंक्षण पर विस्तार से बताया। बाघ की दुनिया भर में कितनी नस्ले है और बाघ के सरंक्षण में कितने प्रयास किए जा रहे है उस पर चर्चा हुई। गाँवों में जैवविविधता कितनी प्रभावित हुई और उसके मानवता को क्या क्या नुकसान है वह भी बताये गए। 

दुधवा लाइव डेस्क

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