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International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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Sep 4, 2015

१८५७ की क्रान्ति के महानायक राजा लोने सिंह की गढ़ी को किया जाएगा सरंक्षित



स्थानीय लोग, राजनेता व् कई संगठन विरासत बचाओ अभियान में शामिल-

"शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले 
वतन पर मरनेवालों का यही बाक़ी निशाँ होगा"

राजा लोने सिंह गढ़ी पर दुधवा लाइव द्वारा कराया गया पौधरोपण-
मितौली खीरी। राजा लोने सिंह गढ़ी सरंक्षण समिति एवं दुधवा लाइव संगठन द्वारा आयोजित पौध रोपण एवं विरासत बचाओं कार्यक्रम के तत्वाधान में विधायक कस्ता विधान सभा सुनील कुमार लाला की अध्यक्षता में राजालोने सिंह गढ़ी सरंक्षण समिति की बैठक आयोजित की गयी जिसमें मितौली के स्थानीय निवासी एवं शिक्षक तथा रोजगार सेवक संगठन के लोगों ने हिस्सा लिया। कस्ता विधायक सुनील कुमार लाला, पूर्व प्रमुख बलबीर सिंह, डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोशिएसन के जिला पदाधिकारी त्रिलोकी नाथ रस्तोगी, मितौली तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश मिश्र एडवोकेट पंकज बाजपेयी उत्तर प्रदेशीय शिक्षक संघ के पदाधिकारी ब्रजकिशोर शुक्ल, प्रशांत पाण्डेय, राजेन्द्र कटियार, कार्यक्रम संयोजक कृष्ण कुमार मिश्र, युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष अमित गुप्ता, गणना समिति के डाइरेक्टर प्रकाश वर्मा, वजीउल हसन "अरसी" प्रशिक्षु शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष संदीप वर्मा, उपाध्यक्ष आयुष श्रीवास्तव एवं रोजगार सेवक संघ के प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष अवधेश पाण्डेय ब्लॉक अध्यक्ष सुधाकर पाण्डे ने गढ़ी पर बरगद कनैल इमली बेलपत्र आदि के पौधे रोंपे, कार्यक्रम में 1857 के इस प्रतीक गढ़ी को संरक्षित करने का सकंल्प लिया गया.


गढ़ी पर कस्ता विधानसभा के विधायक सुनील कुमार लाला की अध्यक्षता में हुई विशाल जनसभा-


१८५७ में अंग्रेजों द्वारा तबाह किए हुए उस किले पर राजा लोने सिंह गांधी सरंक्षण समिति की बैठक आयोजित की गयी जिसमे खीरी जनपद के तमाम हिस्सों से आये हुए लोग शामिल हुए, कार्यक्रम की शुरुवात राष्ट्रगान से हुई, इसके बाद गढ़ी पर मौजूद मजार पर विधायक सुनील कुमार भार्गव व् बलबीर सिंह ने चादर चढ़ाई, बैठक में इस ध्वस्त गढ़ी पर मौजूद ऐतिहासिक चिन्हों को बचाने पर चर्चा हुई, बैठक में गढ़ी पर मौजूद प्राचीन शिव मंदिर "गढ़ देवेश्वर महादेव" के जीर्णोद्धार के अतिरिक्त वहां पर एक नल की व्यवस्था किए जाने पर सभी सदस्यों द्वारा सहमति दी गयी, साथ ही विधायक सुनील कुमार भार्गव "लाला" ने लखीमपुर से माइकलगंज जाने वाली जनपद रोड (राजा लोने सिंह मार्ग)  पर गढ़ी के समीप एक राजा लोने सिंह स्मृति द्वार बनवाने की इच्छा भी व्यक्त की ताकि नई पीढ़ी अपने गौरवशाली अतीत से देश प्रेम की शिक्षा ले सके.


जनसभा में पूर्व ब्लाक प्रमुख व् राजा लोने सिंह विद्यालय के संस्थापक बलबीर सिंह ने राजा लोने सिंह के राष्ट्र प्रेम और हिन्दू मुस्लिम एकता के साथ लड़े गए उस प्रथम स्वाधीनता संग्राम की विस्तृत व्याख्या की, साथ ही इस विरासत को बचाने में अपना योगदान देने की सहमति जताई। श्री सिंह ने राजा लोने सिंह की गढ़ी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की मंशा जताई ताकि लोग इतिहास के इस खूबसूरत व् गौरवशाली पहलू को देख सके.



दुधवा लाइव के संस्थापक कृष्ण कुमार मिश्र ने अपने विरासत बचाओ संकल्प में सहयोग देने के लिए आये सभी संगठनों व् स्थानीय जनमानस के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा की हम बहुत जल्द इस गढ़ी को दुनिया के नक़्शे पर नुमाया करेंगे और अपने देश के लोगों को बताएँगे की हमारी धरती पर कैसे महान बलिदानियों ने अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया, श्री मिश्र ने शिव मंदिर के जीर्णोद्धार के साथ साथ गढ़ी के सबसे ऊंचे टीले पर झंडारोहण का स्थल व् एक विशाल शिलालेख का निर्माण कराए जाने की बात कही जिस पर १८५७ की क्रान्ति के महानायक राजा लोने सिंह की महान वीरगाथा को अंकित किया जाएगा.



  
दुधवा लाइव डेस्क 






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