वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

Oct 3, 2019

पहाड़ आये पर्यटक तो प्लास्टिक नहीं लाये : गांधीवादी पर्यावरणविद मनराल

October 03, 2019 0
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के १५०वे जन्मदिन पर जिम कॉर्बेट क्षेत्र, रामनगर, उत्तराखंड में राज्य आंदोलनकारी, गांधीवादी, नौला फाउंडेशन क...
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Sep 30, 2019

ये पिंडारा केवल वृक्ष नही हमारी संस्कृति का हिस्सा है

September 30, 2019 3
एक भूली बिसरी वनस्पति क़भी गांवों में सब्जियों में ख़ूब होते थे इस्तेमाल इसके फ़ल चरवाहों में लोकप्रिय था यह पेड़ जिसकी छांव और जिसके फ़ल...
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Sep 29, 2019

दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और हाथी की मौत

September 29, 2019 0
हाथी की मौत का कारण रेलवे ट्रैक या ग्रामीणों की करतूत कारण अभी तक अज्ञात शनिवार (खीरी) दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बफरजोन में उ...
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Sep 27, 2019

Sep 26, 2019

कुमायूँ की पहाड़ियों में एक फूल की अधीरता

September 26, 2019 1
टच मी नॉट  कुमायूँ की पहाड़ियों में एक फूल की अधीरता यह फूल खूबसूरत तो है ही पर जहर के असर को बेअसर भी करता है। बृद्ध जागेश्वर की पहाड़ी...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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