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Jan 18, 2015

सड़क हादसे ने फिर ली एक तेंदुए की जान




पन्द्रह दिनों के भीतर तीन तेंदुओं की मौत 
जंगलों के मध्य से गुजरती भीरा मैलानी रोड पर हुआ यह हादसा 
संरक्षित वन क्षेत्रो में तेज रफ्तार वन्यजीवो के लिए साबित हो रही जानलेवा
  

मैलानी-खीरी, बीती मध्य रात्रि मैलानी-पलिया स्टेट हाईवे पर अज्ञात वाहन से टकराकर वयस्क नर तेंदुआ की दर्दनाक मौत हो गई। वन विभाग ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। तेंदुआ के शव को पोस्टमार्टम के लिए आरवीआरआई भेजा गया है. सड़के पर फर्राटा भरते वाहनो की चपेट में आकर किसी लुप्तप्राय वन्यजीव की मौत की यह तीसरी प्रमुख घटना है। इसे पहले भी वाहनो से टकराकर मैलानी रेंज में दो बाघो की मौत हो चुकी है.

पुराने विवरण के अनुसार मैलानी रेंज अन्तर्गत कम्पार्ट नं. आठ में गोला-खुटार रोड पर किसी अज्ञात वाहन से टकराकर एक नर बाघ की मौत हो गई थी। इस बाघ को सड़क से लगभग 25 मी. दूर जंगल में पाया गया था। उस समय भी सड़क पर तेज रफ्तार के वन्यजीवो को खतरा बताया गया था। मैलानी-भीरा के मध्य 17 सितंबर की रात्रि पलिया की ओर से आ रही डी.सी.एम. की टक्कर से एक बाघिन की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना से सबक लेते हुए दुधवा नेशनल पार्क प्रशासन ने रात्रि में मैलानी-भीरा के मध्य वाहनो की तेज गति पर अंकुश लगाते हुए मैलानी और भीरा में न सिर्फ चेकपोस्ट स्थापित किए थे बल्कि रात्रि में गुजरने वाले वाहनो के नंबर भी रिकार्ड में दर्ज किए जाने लगे थे। लेकिन इसके बावजूद बीती रात्रि तेज रफ्तार के कहर से वयस्क तेंदुआ की मौत हो गई.

पिछले पंद्रह दिनों में दुधवा टाइगर रिजर्व के कतरनिया घात में एक तेंदुए की मौत सड़क दुर्घटना में और एक तेंदुए को शिकारियों द्वारा मारे जाने की घटनाएं हुयी, और बीती रात फिर एक तेंदुए की जान मैलानी भीरा सड़क पर तेज गति वाहन ने ले ली.







मौजूदा घटना में प्राप्त विवरण के अनुसार मैलानी- भीरा के पलिया स्टेट हाईवे पर किशनपुर वन्य जीव विहार  क्षेत्र से सटे कोरियानी गांव के समीप रात्रि लगभग एक बजे सड़क के किनारे तेंदुआ का शव पड़ा होने की सूचना किशनपुर वन्य जीव विहार के चेकपोस्ट को किसी वाहन चालक ने दी.  सूचना मिलते ही मैलानी रेंज के वन क्षेत्राधिकारी डीएस यादव, किशुनपुर मैलानी रेंज के वीसी तिवारी, भीरा रेंज की प्रशिक्षु वन क्षेत्राधिकारी शोभिता अग्रवाल, दुधवा नेशनल पार्क के उपनिदेशक वीके सिंह, किशनुपुर के वार्डन कल्पनाथ गौतम सहित तमाम अधिकारियो ने मौके पर पंहुचकर मौका मुआयना करने के तेंदुए के शव को कब्जे में ले लिया।

प्रभागीय वनाधिकारी नीरज कुमार (दक्षिण खीरी) का कहना है कि सड़क पार करने के प्रयास में तेंदुआ संभवतः किसी हल्के वाहन से टकरा गया होगा। तेंदुए के सिर्फ मुंह में गंभीर चोटें आई हैं। तेंदुए के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराने वन क्षेत्राधिकारी शव को लेकर भारतीय पशु पक्षी अनुसंधान संस्थान (बरेली) गए हैं। मृत नर तेंदुआ की उम्र तीन से चार आंकी गई है। मैलानी रेंज में अज्ञात वाहन के विरूद्व मुकदमा दर्ज किया गया है। वन विभाग का कहना कि घटना की रात्रि गुजरे वाहनो का विवरण प्राप्त करके टक्कर मारने वाले वाहन चालक के विरूद्व कार्रवाई की जायेगी।





तेंदुआ की किसी अज्ञात वाहन से टकराकर मौत के समय से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवतः तेंदुआ शिकार की तलाश में कोरियानी गांव की ओर आ रहा होगा। क्योंकि पिछले दिनो तेंदुआ कोरियानी गांव में कई बकरियों का शिकर कर चुका था। घटनास्थल को देखने से पता  चलता है कि तेंदुआ सड़क को पार करने के प्रयास में किसी वाहन से टकरा गया होगा। तेंदुआ का शव सड़क किनारे खाई में पड़ा होने पर सूचना देने वाले वाहन चालक ने रात्रि के अन्धेरे में कैसे देख लिया कि तेंदुआ खाई में किसी पेड़ के नीचे पड़ा है। इसके अलावा सड़क पर जिस स्थान पर तेंदुआ को टक्कर लगी थी, उसके मुंह से निकले खून पर आक्षिर मिट्टी किसने डाली ? इसेघटना को छिपाने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है। 


ज्ञातव्य है कि वाइल्ड लाइफ एक्ट 1972 के अनुसार सूर्यास्त से पहले और सूर्यास्त के बाद संरक्षित वन क्षेत्र में वाहनो की स्पीड 30 किमी. प्रति घंटा निर्धारित की गई है, लेकिन शायद ही कभी इस नियम का पालन दुधवा नेशनल पार्क वन क्षेत्र या संरक्षित क्षेत्र में होता हो. 

वन विभाग और राज्य एवं केंद्र सरकारों ने यदि कोइ कड़े कदम नहीं उठाये तो यह सड़क हादसे तराई में बहुत कम संख्या में बचे हुए तेंदुओं की प्रजाति को ख़त्म कर देंगे.



सुनील निगम 
मैलानी -खीरी 
suniljagran100@gmail.com

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