वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

Feb 15, 2021

ताकि गौरैया और अन्य पक्षी व इस धरती का समस्त जैवमण्डल बचा रहे

February 15, 2021 0
फ़ोटो साभार विकिपीडिया          साँसों के स्पंदन से युक्त इस पृथ्वी, इसका जैवमण्डल और इस भूमंडल पर जन्म लेने वाली एक नन्हीं चींटी से लेकर इस ...
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Feb 14, 2021

कोरोना, मानवता, सरकारों और आर्थिक हालातों पर चर्चा कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद रंजन

February 14, 2021 0
    मौत, अकाल  की आहट और आर्थिक असमानता पर चुप्पी क्यों? (बजट : 2021 पर एक टिप्पणी) प्रमोद रंजन कोविड महामारी के कारण पिछले एक साल से दुनिया...
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बात कृषि और कृषक की तथा मौजूदा हालातों की- चर्चा कर रहे हैं वरिष्ठ लेखक अरुण तिवारी

February 14, 2021 0
अगला मुद्दा :  लागत, जोत और ग्रामीण संपत्ति कर ? या किसान आंदोलन : अब पूरी बात हो लेखक: अरुण तिवारी किसान आंदोलन स्थल की सड़कों पर कील, तार औ...
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ब्राज़ील में जलवायु परिवर्तन के विषय पर लोगों की बेहतरीन पहल

February 14, 2021 0
  अनुकरणीय है ब्राज़ील के लोगों की जलवायु परिवर्तन को लेकर जागरूकता जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में हार और जीत का फ़ैसला अगर कुछ करत...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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